1 अक्टूबर 2025 से बिना CIBIL Score भी मिलेगा लोन – RBI के नए नियम जानें

CIBIL Score New Rules: लोन आज के समय में मध्यम वर्गीय परिवार की जरूर सा बन गया है। कमाई सीमित होने के कारण  व्यक्ति को बड़े खर्चों के लिए  लोन पर निर्भर रहना आज के समय की जरूरत बन गया है। घर में शादी हो, अस्पताल का खर्च हो, बिजनेस शुरू करना हो, बच्चों के उच्च अभ्यास के लिए आदमी लोन का सहारा ले रहा है। ऐसे समय में उसकी क्रेडिट हिस्ट्री बहुत ही मायने रखती है। कम्स कोरिया खराब हिस्ट्री के कारण व्यक्ति को जरूरत के समय लोन नहीं मिल पाता। जिसके उसके आर्थिक बड़े खर्चों में रूकावट या जाती है। अब यह चिंता काफी हद तक खत्म होने वाली है। क्योंकि 1 अक्टूबर 2025 से भारतीय रिजर्व बैंक ( RBI) और वित्त मंत्रालय द्वारा  क्रेडिट हिस्ट्री  और कम स्कोर नए नियम लागू होने जा रहे हैं। जिससे लोन लेने वालों के लिए बड़ी राहत हो जाएगी। 

पहली बार लोन लेने वालों के लिए राहत

अब तक ऐसा होता है या था कि क्रेडिट हिस्ट्री कम  होने के कारण बैंक लोन देने से सीधा मना कर देतीथी। और व्यक्ति की लोन प्रोसेस आगे नहीं बढ़ पाती थी। लेकिन 1 अक्टूबर 2025 से  सिबिल स्कोर को लेकर नियमों में बदलाव आएंगे। RBI ने स्पष्टता करते हुए बताया है कि जिन लोगों ने एक भी बार लोन नहीं लिया उनके लिए अब सिबिल स्कोर अनिवार्य नहीं है। मतलब कि सिर्फ सिबिल स्कोर न होने के कारण जिन लोगों को लोन नहीं मिल पाती थी, उन लोगों की लोन अब रिजेक्ट नहीं होगी। बड़े खर्चों के लिए लोन पर निर्भर रहने वाले लोगों को,’ क्रेडिट स्कोर अनिवार्यता’ शब्द से मुक्ति मिलेगी। और  अपने खर्चों के लिए सरलता से लोन मिल सकेगी।

RBI का नया मास्टर डायरेक्शन

RBI द्वारा जनवरी 2025 में नया मास्टर डायरेक्शन जारी किया था। जिससे 1 अक्टूबर 2025 को अब पूरे देश में लागू किया जाएगा। जीस में बैंकों और NBFC निर्देश दिए गए हैं कि, केवल क्रेडिट हिस्ट्री ना होने के कारण ग्राहकों को लोन देने से मन नहीं किया जाएगा। हालांकि इसका मतलब यह भी नहीं है कि कोई जांच पड़ताल ही नहीं होगी। बैंक अप की सैलरी, नौकरी की स्थिरता  और भुक्तान क्षमता, इन सब मुद्दों में पूरी तरह से जांच करेगी।

 जांच के मुद्दे

अब लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर होना जरूरी नहीं है यह बस सही है, लेकिन साथी अन्य मुद्दों को बैंक ध्यान में अवश्य लगी। जैसे कि आपकी मासिक आय कितनी है? नौकरियां व्यवसाय में स्थिरता,  EMI चुकाने की क्षमता कितनी है? पहले किसी लोन या क्रेडिट कार्ड में डिफॉल्ट किया है। इन सब की जानकारी बैंक  आपसे जरूर लेंगी। वित्तीय स्थिति की मजबूत्तता दिखाना भी बहुत जरूरी है।

क्रेडिट रिपोर्ट और फीस को  लेकर सुविधा

वित्त मंत्रालय ने क्रेडिट रिपोर्ट को लेकर ग्राहक को समाचार दिए हैं, कि अब किसी भी व्यक्ति को क्रेडिट रिपोर्ट के लिए ₹100 से ज्यादा नहीं देने होंगे। साथ ही साल में एक बार हर एक व्यक्ति को क्रेडिट रिपोर्ट फ्री में दिया जाएगा।(बशर्तें उसके नाम पर कोई रिकॉर्ड मौजूद हो)  जिससे लोग वित्तीय सेहत की जानकारी और समझ ले सकेंगे। और भविष्य में लोन लेने के लिए तैयारी कर पाएंगे।

सिबिल स्कोर की अहमियत बनी रहेगी

याद रखिए नया नियम यह बिल्कुल भी नहीं कहता है कि सिविल स्कोर की कोई अहमियत ही नहीं है, यह जरूरी नहीं है। सिबिल स्कोर की अनिवार्यता आज भी उतनी ही है। बैंक व्यक्ति की फाइल को आज भी सिबिल स्कोर पर ही जांचेगी। यहां पर फर्क इतना रहेगा कि सिर्फ सिबिल स्कोर को  ध्यान में रखकर अब से बैंक लोन के लिए मना नहीं कर पाएगी। पहली बार लोन लेने वालों के लिए यहां तोहफे के रूप में रहेगा। लेकिन पुराने ग्राहकों के लिए आज भी  सिबिल स्कोर को लेकर नियम वहीं  है।

युवाओं और कारोबारियों के लिए वरदान

इस नियम में आए बदलाव से उसे युवाओं को खासकर फायदा होकर जो अपना नया बिजनेस शुरू करना चाहतेहैं, छोटा-मोटा व्यापार शुरू करना चाहते हैं। और पहली बार बैंक से लोन ले रहे हैं। वह बिना  झीझक के आवेदन कर सकते हैं। जिस रोजगार ,कारोबार जेसे अवसर बैठेंगे और देश के अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

 ध्यान रखने वाली बातें

नियम आसन हुए हैं यह बात सच है लेकिन साथ ही जिम्मेदारियां वही रहेगी। लोन लेने से पहले अपनी आय का आकलन जरूर करें। EMI चुकाने की क्षमता भी सुनिश्चित करनी आवश्यक है। यहां पर  याद रखना बहुत ही आवश्यक है ,की पहली बार लोन मिलने के बाद  समय पर चुकाई गई EMI ही आपके आगे के क्रेडिट स्कोर को मजबूत बनाएगा। जिससे आप भविष्य में बड़ा लोन भी आसानी से ले सकेंगे।

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